संयुक्त राज्य अमेरिका के लॉस एंजेलिस के एक बड़े इलाके में लगी आग इतनी भयावह थी कि इस आग से यह इलाका कई दिनों तक जलता रहा…….इस आग के कारण सैकड़ों घर राख हो चुके हैं….साथ ही जंगल का एक बहुत बढ़ा हिस्सा इसकी चपेट में आया है…..बताया जा रहा है कि इससे अरबों-खरबों के आलीशान घर पूरी तरह से जलकर खाक हो गए…..घरों के अलावा आग से चर्च, स्कूल, पुस्तकालय और कई बिजनेस संपत्तियां जल कर नष्ट हो गई…. ये ही नहीं इसके साथ ही कई रेस्तरां, बैंक और बुटीक भी जल गए… ….इसके साथ ही ऐतिहासिक स्थलों की अगर बात करें तो इनमें विल रोजर्स वेस्टर्न रेंच हाउस और टोपांगा रेंच मोटेल भी आग से तबाह हो गया…..
इस भयावह आग के कारण अब तक 12 हजार से बिल्डिगों में आग लगी और वो सभी जलकर खाक हो गई…. इसमें कई बिलियन डॉलर की संपत्तियों को नुकसान हुआ…हालांकि अभी तक पूरे नुकसान का सही अनुमान नहीं लग पाया है… वैसे अनुमान के अनुसार आग से लगभग 150 बिलियन डॉलर का आर्थिक नुकसान हुआ है…. अभी नुकसान के आंकलन के लिए घरों, व्यवसायों, बुनियादी ढांचे और वाहनों को हुए नुकसान के साथ और कई पहलुओं का भी जायजा लिया जा रहा है… जिससे नुकसान का सही सही अनुमान लगाया जा सके….वैसे जानकारों की माने तो ये आग अमेरिका के इतिहास की सबसे महंगी आग बताई जा रही है…इस आग ने घनी आबादी वाले क्षेत्रों को बहुत अधिक प्रभावित किया है….क्योंकि जहां बसने वाले अधिकतर लोग बड़े व महंगे घरों में ही रहते हैं….आग ने हजारों संपत्तियां नष्ट कर दीं…इनमें से कई हॉलीवुड सितारों और करोड़पति व्यापारियों के घर भी शामिल हैं…..सम्पतियों को खोने वालों में कई हॉलीवुड सेलिब्रिटीज पेरिस हिल्टन, बिली क्रिस्टल, ऐडम ब्रूडी, जेम्स वुड्स, एंथनी हॉपकिंस, जॉन गुडमैन, मैंडी मूरे शामिल हैं…. इसके अलावा स्टीवन स्पीलबर्ग, डायने कीटन और बेन एफलेक जैसी हस्तियों को भी अपना घर छोड़कर जाना पड़ा….
आग लगने का मुख्य कारण बिजली गिरना माना जा रहा है….जबकि कहीं कोई दूसरे कारणों पर भी अध्ययन चल रहा है….बताया जा रहा है कि पिछले साल यहां पड़े भयंकर सूखे के कारण बड़ी संख्या में पेड़ पौधे सूख गए थे….और यही सूखे पेड़ पौधों ने आग लगने पर ईंधन का काम किया….इसके अलावा सांता एना हवाओं ने भी आग लगने की अनुकूल परिस्थितियां पैदा कर दीं थी…..बताया जा रहा है कि जलवायु परिवर्तन से इस इलाके में बड़ा बदलाव आया है…..और ऐसी आग लगने की संभावना को और बढ़ा दिया….. कैलिफोर्निया में कई दशकों तक सूखा पड़ा था जो दो साल पहले ही खत्म हुआ….. जिससे इस क्षेत्र को और अधिक संवेदनशील बना दिया…. हाल के वर्षों में सूखे और बारिश के चलते वहां कई पेड़-पौधे उगे और फिर सुख गए…..जलवायु परिवर्तन पश्चिमी अमेरिका में बड़ी और गंभीर जंगली आग का सबसे बड़ा कारण है….जलवायु परिवर्तन से गर्मी बढ़ रही है और इस बढ़ती गर्मी से लंबा सूखा और शुष्क वातावरण का प्रभाव भी बढ़ रहा है….नतीजतन पेड़ सूख रहे हैं…इससे जंगली आग का जोखिम भी बढ़ा है….
मिल रही जानकारी के अनुसार अब तक इस आग के कारण से हुई जनहानि ने भी बड़ा नुकसान किया है…….इस आग से लगभग 37 हजार हेक्टेयर इलाका पूरी तरह खाक हो गया…लॉस एंजेलिस और कैलिफोर्निया के जंगलों लगी आग की घटना में जलवायु परिवर्तन, बढ़ते शहरीकरण और मानव गतिविधियों में बढ़ोतरी बड़े कारण बताये जा रहे हैं…हालांकि लॉस एंजेलिस प्रशासन और मौसम विभाग ने आग लगने से पहले तेज हवाओं और शुष्क मौसम के बारे में चेतावनी जारी कर दी थी… लेकिन आग इतनी भयावह हो जाएगी…इसका अनुमान ठीक तरीके से नहीं लगाया गया….
लॉस एंजेलिस और आसपास के इलाके में आग लगने के बाद से ही इस मुद्दे पर एक बड़ी बहस शुरू हो गई है….साथ ही इस तरह की घटनाओं को रोकने को लेकर हो रहे इंतजाम के बारे में गहनता से विचार किया जा रहा है…. साथ ही जलापूर्ति के बारे में भी एक बार फिर से विचार करने की जरूरत पर बल दिया जा रहा है….